जब हिमाचल की एक सिविल इंजीनियर पर आई बहुत बड़ी आफत

2
Mehandipur Balaji Chamatkar

Shri Mehandipur Balaji Chamatkar in Hindi

 श्री मेहंदीपुर बालाजी के चमत्कार की सच्ची घटना

मेरा नाम राज किरण नेगी है और में हिमाचल प्रदेश की रहने वाली हूँ और एक सिविल इंजीनियर हूँ, में आपका यूट्यूब चैनल रेगुलरली देखती हूँ और जितने भी मेरे कॉन्टेक्ट्स है सबसे शेयर भी करती हूँ, जयेशभाई आपकी वजह से श्री हनुमानजी के चमत्कार को दुनिया भर में लोग जान रहे है, Shri Mehandipur Balaji Chamatkar

आज में आपसे मेरे साथ घटित हुआ श्री हनुमानजी का चमत्कार शेयर करना चाहती हूँ, मेरा जन्म हिमाचल में डिस्ट्रिक्ट किन्नौर में हुआ है, किन्नौर कैलाश के सामने मेरा घर है और मेरी शादी डिस्ट्रिक्ट मंडी में हुई है ये भी हिमाचल में ही है,

मेरे पति श्री हनुमानजी के बहुत बड़े भक्त है, आपके चैनल के बारे में भी उन्होंने ही मुझे बताया था, वे आपको बहुत पसंद करते है,

वैसे तो श्री हनुमानजी के बहुत सारे चमत्कार हमने देखे है और कई बार महसूस किये है, लेकिन सबसे बड़ा चमत्कार मैंने श्री मेहंदीपुर बालाजी में देखा जो मेरे साथ हुआ,

ये बात 2018 की है मुझे बहुत सारी प्रॉब्लम्स हुई थी उस साल, मुझे दौरे पड़ने लगे थे पागलों जैसी हरकतें करने लगी थी, कंट्रोल नहीं रहता था बॉडी पे, मुझे सपने आते थे और मरे हुए आधे जले हुए लोग सपने में दीखते थे,

मुझे सपने में 3 लोग दिखाई देते थे, जो कभी मेरा गला दबा देते या आग से जला देते या फिर मेरी फैमिली को नुक्सान पहुंचाते, में बहुत परेशान रहने लगी थी और बात बात पर चिढ़ने लगती और रोने लगती,

आप पढ़ रहे है: Shri Mehandipur Balaji Chamatkar in Hindi

Scared Woman

जैसे मैंने आपको बताया कि में एक सिविल इंजीनियर भी हूँ और एक हॉस्पिटल प्रोजेक्ट पे काम कर रही हूँ, जब में सुबह उठती तो थकी हुई रहती, बड़ी मुश्किल से ऑफिस जा पाती थी और जब भी कोई काम शुरू करती तो मेरा दिमाग सुन्न हो जाता और विचार आने बंद हो जाते,

मुझे ऐसा महसूस होता जैसे मेरी बॉडी का वेट अपने वेट से बहुत ज़्यादा बढ़ गया हो और खाना देखते ही मुझे उलटी हो जाती, में बहुत डर गयी थी कुछ समझ नहीं आ रहा था कि मेरे साथ ऐसे क्यों हो रहा है,

मेरे दादा जी और मेरे सभी मायके वाले भगवान विष्णु को बहुत मानते है इस वजह से भी और मेरे पति की श्री हनुमानजी की भक्ति से ही आज में ठीक हूँ,

जब मुझे दौरा पड़ता था तब हम बहुत से मंदिर जाते और पंडितो से पूछते, पूजा पाठ भी करवाते, कुछ समय के लिए ठीक रहता लेकिन फिर से मुझे प्रॉब्लम शुरू हो जाती, जब भी मुझे दौरा पड़ता तो मेरे पति बजरंगबाण का पाठ करते और में बेहोश हो जाती और ठीक हो जाती,

एक दिन में ऑफिस में काम कर रही थी, मेरे मन में बार बार एक ही विचार आ रहा था की में श्री मेहंदीपुर बालाजी जाऊ, में वहां की वीडियोस देखने लगी और मेरे ऑफिस Colleagues जो मेरे सीनियर है और एक तरह से मेरे फैमिली मेंबर भी है, उन्हें मैंने कहा की चलो मेहंदीपुर जाते है लेकिन कुछ कारण वश हम नहीं जा पाए,

दूसरी बार भी हमने जाने की तैयारी की लेकिन लास्ट मोमेंट पे कैंसिल हो गया, तीसरी बार मैंने बालाजी से प्राथना की की “हे प्रभु क्यों मुझे आप दर्शन नहीं देना चाहते मेरा तो जनम भी किन्नौर कैलाश के सामने हुआ है और जिस घर में भगवान विष्णु विराजमान है उस घर में हुआ है तो क्यों मेरे साथ ये सब हो रहा है,

मुझे सुसाइड करने के विचार आने लगते, मुझे मेरे पति से लड़ाई करने का मन करता, 5 साल का मेरा बेटा भी है उसे भी देखने का मन नहीं करता, क्यों मुझे आप ठीक नहीं करना चाहते” ऐसे बोलके में रोने लगी,

पढ़े: अब तक का सबसे खौफनाक अनुभव जिसे देखकर आपके रोंगटे खड़े हो जायेंगे – हनुमानजी का चमत्कार

जयेशभाई आप विश्वास नहीं करोगे उसी शुक्रवार की शाम को बिना किसी प्लानिंग के में और मेरे साथ मेरे 2 Colleagues हम रात के 11 बजे श्री मेहंदीपुर बालाजी के लिए निकल गए,

जब हम लोग मेहन्दीपुर पहुँचने वाले थे 40km का रास्ता और था, मुझे दौरा पड़ने लगा ऐसे लगा जैसे कोई चीज़ मुझे रोक रही है जाने से, मैंने विष्णु नारायण और बालाजी भगवान का नाम लिया और जोर जोर से श्री हनुमान चालीसा कार में ही सुनने लगी और आख़िरकार हम मेहन्दीपुर पहुँच गए,

सुबह 6 बजे आरती शुरू हुई और मुझे फिर से दौरा पड़ा मुझे पता नहीं चल रहा था कि क्या हो रहा है, बहुत बुरा हाल था मेरा और आरती के बाद पानी के छींटे पड़े और दर्शन के लिए बहुत लम्बी लाइन लगी थी, हम लोग भी खड़े थे पर मेरी हालत बहुत ख़राब थी, में कभी भी गिर सकती थी,

मेरे पैर में छोटे छोटे पत्थर घुस गए थे और खून निकल रहा था, मुझे लगा की में दर्शन नहीं कर पाऊँगी, फिर जय बालाजी का जयकारा करते करते मुझे फिर से दौरा पड़ा और में भाग भाग के भीड़ को पीछे छोड़कर जाने लगी कम से कम 2 km तक की लाइन होगी,

ये बात 22 September 2018 शनिवार की है मुझे 2-3 लोगो ने पकड़ा था और शायद में ही ऐसी थी जिसको सबसे ज़्यादा प्रॉब्लम थी, में बालाजी के द्वार के नजदीक थी और अचानक में वहां से वापस भागने लगी,

मुझे 3-4 लोगों ने पकड़ा और मंदिर के अंदर ले गए, हम खाली हाथ थे वहाँ मेरी हालत देख के महंत जी ने बोला अर्ज़ी कहा है? हम नहीं ले गए थे क्योंकि हमें पता नहीं था की अर्ज़ी कैसे लगानी होती है, हमने उनसे ही अर्ज़ी मंगवाई और बालाजी को लड्डू की अर्जी लगाईं,

महंत जी ने मुझे बालों से पकड़ा और बोला की बाबा की तरफ देखो बस फिर क्या था मेरी आँखों में 2 सीधी लाइट पड़ी और में चीखी और पैर मारा वही पे और बेहोश हो गयी, मेरी बॉडी जैसे एकदम हल्की हो गयी हो,

फिर मुझे भैरवनाथ जी के गर्भगृह में ले गए वहाँ पूजा करवाई उनको भी काली दाल की अर्जी लगाईं, उसके बाद प्रेत राज जी के पास गए वहा अर्जी लगाने के बाद में सो गयी, जब आँख खुली तो मुझे 2 लड्डू खाने को दिए, मुझे ऐसे लगा जैसे में कई सालों से भूखी थी और आज मुझे भर पेट खाने को मिला,

आज मै बिलकुल ठीक हूँ ये तो एक ही बात मैने आपसे शेयर की है, ऐसे बहुत से चमत्कार और भी हुए है मेरी ज़िन्दगी में और ये सब श्री हनुमानजी की ही कृपा है, प्रभु ऐसे ही अपने भक्तों पर कृपा बरसाते रहे, कोई कष्ट में न रहे ये ही प्राथना है मेरी.

Subscribe Secret Mysteries on YouTube

Shri Mehandipur Balaji Chamatkar in Hindi, इस कहानी पर अपने विचार कमेन्ट के माध्यम से हम तक पहुंचाएं और यदि आपके साथ भी इस तरह का कोई चमत्कार हुआ है तो हमें dharmikstory@gmail.com पर लिखें, हम इस वेबसाइट पर आपकी कहानी प्रकाशित करेंगे.

धन्यवाद 🙂

जयेश वाघेला

2 COMMENTS

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here