मात्र ये करने से हनुमानजी ने मेरी माँ को नया जीवन दान दिया

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Hanuman ji Chamatkar in Hindi

Hanuman ji Chamatkar in Hindi

मात्र ये करने से हनुमानजी ने मेरी माँ को नया जीवन दान दिया, हनुमानजी के चमत्कार की एक अद्भुत घटना

मेरा नाम सत्यम सिंह है और मेरी उम्र 17 साल की है, वैसे तो में मुंबई का रहने वाला हूँ पर हमारा गांव UP में है, Hanuman ji Chamatkar in Hindi

वैसे तो हमारे गाँव में और यहाँ भी मेरे सभी परिवार वाले श्री हनुमान जी को बहुत मानते है, ख़ास कर मेरे पापा श्री हनुमानजी के बहुत बड़े भक्त है और बचपन से ही उन्हें देखकर में भी श्री हनुमान चालीसा पढ़ने लगा,

ये बात 19 दिसम्बर 2019 की है मेरी मम्मी को तबीयत ख़राब होने की वजह से हॉस्पिटल में एडमिट करना पड़ा, बहुत कमजोरी आ गयी थी,

हॉस्पिटल में सारे टेस्ट हुए और सारे टेस्ट नार्मल आये, कुछ दिन सब ठीक चला, तभी 31 दिसम्बर 2019 की शाम से ही मेरी मम्मी की तबीयत बहुत ख़राब हो गयी और मेरी मम्मी ने खाना पीना बंद कर दिया,

हालत बहुत ख़राब हो गयी बहुत तेज़ भुखार आया था फिर से हॉस्पिटल में एडमिट होना पड़ा, 4th जनुअरी 2020 की रात को डॉक्टर ने जवाब दे दिया की ये केस उनके बस का नहीं है और कहा की आप इन्हे दूसरे हॉस्पिटल में ले जाये,

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हम सब निराश होकर मुंबई के KEM हॉस्पिटल में रात को मम्मी को लेकर गए और वह एडमिट कराया, मेरी मम्मी की हालत देखकर वह के डॉक्टर्स ने भी जवाब दे दिया वो बोले की हाई डिग्री इन्फेक्शन फीवर है,

अगर फीवर ठीक हुआ तो ठीक है वरना हम कुछ नहीं कर सकते, वहाँ पहुंचने के बाद खाना न खाने की वजह से हालत और ख़राब होती जा रही थी इसलिए नाक के ज़रिये पाइप लगा के जूस वगेरे देने लगे,

फिर कुछ दिनों बाद तबीयत बहुत बिगड़ गयी, भुखार पहले तो कण्ट्रोल हुआ था मगर बाद में फिर से हालत और गंभीर हो गयी, हमें कुछ समझ नहीं आ रहा था कि अब आगे क्या होगा,

Woman Hospital

रात के करीब 11.30 बजे थे में और मेरे पापा हॉस्पिटल से घर के लिए निकले, हॉस्पिटल से हमारा घर करीब 30 मिनट की दूरी पर था, लोकल ट्रैन से घर पहुँचने पर में मेरे पापा को पकड़कर बहुत रोया, यहाँ तक की में हॉस्पिटल में भी रो रहा था,

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फिर अगले दिन सुबह मेरे पापा 6 बजे हॉस्पिटल के लिए निकल गए और में भी नहा कर जाने वाला ही था, तभी मैंने सोचा की पूजा कर लेता हूँ और मुझे याद आया की जब परेशानी बढ़ जाये और कुछ समझ नहीं आये तो बजरंग बाण का पाठ करना चाहिए,

मैंने पूजा करते समय श्री हनुमानजी से प्राथना की और कहा “हे पवनपुत्र अब आप ही है वो हमें इस संकट से निकल सकते है, बस मेरी मम्मी जल्द से जल्द ठीक हो जाये” और फिर मैंने श्री हनुमान चालीसा के साथ साथ बजरंग बाण का भी पाठ किया और फिर हॉस्पिटल जाने के लिए घर से निकला,

में जब हॉस्पिटल पंहुचा तो देखा कि गांव से मेरी मौसी जी आई हुई थी और जब मैंने मेरी मम्मी की तरफ देखा तो एक बार के लिए में चौक गया मगर साथ ही इतनी ख़ुशी भी हुई कि में आपको बता नहीं सकता,

मेरी मम्मी अच्छे से बैठकर मेरी मौसी से बातें कर रही थी, पहले तो वो कमज़ोरी के कारण बैठ भी नहीं पाती थी, पर उस दिन पता नहीं कैसे पर बैठ कर बातें कर रही थी,

और इसके अगले दिन नाक पाइप भी निकाल दी गयी और मेरी मम्मी खाना भी खाने लगी और 20 तारिक को डिस्चार्ज भी हो गया,

आज वो बिलकुल ठीक है, अब आप ही बताये की ये चमत्कार नहीं तो क्या है, जहां एक तरफ बड़े बड़े डॉक्टरों ने भी जवाब दे दिया था, मेरे बुरे समय में श्री हनुमानजी ने मेरी बहुत मदद की है, उन्होने मेरी मम्मी को नया जीवन दान दिया है.


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धन्यवाद 🙂

जयेश वाघेला

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