बजरंग बाण का पाठ कब और कैसे करे? Bajrang Baan

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Bajrang Baan Kab Padhe

बजरंग बाण का पाठ कब और कैसे करे?

इस दुनिया में हर इंसान को अपने जीवन में कोई न कोई संकट का सामना ज़रूर करना पड़ता है। चाहे आर्थिक तंगी हो या फिर घर में किसी का बीमार होना, काम में असफलता हो या फिर घर में गृह क्लेश के कारण तनाव में रहना, आदि ऐसी कई तकलीफे हमारे जीवन में आती है। Bajrang Baan Kab Padhe

ऐसी परिस्स्थिति हो जाती है की हमारा खुद का दिमाग ही सुन्न हो जाता है। हमें विचार आने बंद हो जाते है, हमें कुछ समझ नहीं आता कि आगे क्या होगा और इन संकटों से छुटकारा कैसे पाये।

ऐसी स्थिति में कई लोग अपना धीरज खोकर गलत मार्ग पर चले जाते है या हिम्मत हार जाते है और कई लोग ऐसे भी होते है तो जीवन के कठिन समय में अपने आप को ईश्वर के प्रति समर्पित कर देते है। जिससे उन्हें जीवन में आये घोर संकट का सामना करने के लिए एक अलग ही उर्जा मिलती है।

इस कलयुग में अधिकतर लोग श्री हनुमानजी की शरण में जाना पसंद करते है। क्योंकि श्री हनुमानजी ही इस कलयुग के एक मात्र ऐसे देवता है जो अपने भक्तों को कभी भी संकट में नहीं देख सकते और हमेशा अपने भक्तों की सहायता करने के लिए तत्पर रहते है।

क्योंकि हमारे बजरंगबली को अजर अमर रहने का वरदान प्राप्त हुआ था। इसीलिए इस कलयुग में आज भी वे सशरीर मौजूद है। Bajrang Baan ka Prayog

श्री हनुमानजी को प्रसन्न करने के लिए और उनकी कृपा प्राप्त करने के लिए पूरे विश्व में श्री हनुमान चालीसा का पाठ सबसे ज़्यादा किया जाता है और श्री हनुमान चालीसा के बाद अगर कोई पाठ किया जाता है तो वो है बजरंग बाण का पाठ।

कब और कैसे करे बजरंग बाण का पाठ?

मंगलवार या शनिवार को सुबह उठकर नहाकर स्वच्छ होकर श्री हनुमानजी के मंदिर जाकर या घर पर पाठ कर सकते है।

श्री हनुमानजी की मूर्ति या तस्वीर के सामने धूप दीप करें और सबसे पहले राम नाम की धून करे।

फिर पूर्वाभीमुख होकर आसन पर बैठ जाये और फिर “ॐ हनुमंते नम:” का 108 बार जप करें।

अब शुद्ध उच्चारण से श्री हनुमान जी की छवि पर ध्यान केन्द्रित करके श्री हनुमान चालीसा के बाद बजरंग बाण का पाठ प्रारम्भ करें।

पाठ करने के बाद प्रभु से प्राथना करे की “हे बजरंगबली, मैं अपने आपको आपके प्रति समर्पित करता हूँ, मुझे आपकी शरण में रखना, एक आप ही है जो मुझे इस घोर संकटों से बाहर निकाल सकते है”

पढ़े: हर संकट की काट है ये हनुमान मंत्र, हर बाधा होगी दूर

कब करे बजरंग बाण का पाठ?

बजरंग बाण का पाठ तब करना चाहिए जब हम बहुत ज़्यादा तकलीफ में होते है।

क्योंकि बजरंग बाण में हम हमारे बजरंगबलि को हमारे कार्य करने की श्री राम की सौगंध देते है।

इसीलिए छोटी छोटी समस्या के लिए बजरंग बाण का पाठ न करे।

ऐसा माना जाता है कि बजरंग बाण का पाठ महिलाओं को नहीं करना चाहिए। लेकिन जहाँ तक मैंने देखा है महिलाओ को भी बजरंग बाण का पाठ करने से श्री हनुमानजी की कृपा प्राप्त हुई है।

और प्रभु कभी भी अपने भक्तों में भेद भाव नहीं करते, इसीलिए इस दुनिया में हर एक जीव श्री हनुमानजी की भक्ति कर सकता है।


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धन्यवाद 🙂

जयेश वाघेला

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