Hanuman Bhakt ka Anubhav
इस भक्त के पिता का रिपोर्ट 3 बार पॉजिटिव आया फिर जो हुआ जानकर चौंक जाएंगे आप – हनुमान जी का चमत्कार
सभी भक्तो को मेरा प्रणाम, मेरा नाम प्रज्वल है, मैं 21 साल का हूँ और मैं लखनऊ में रहता हूँ, जयेश भाई आपका चैनल मैं पिछले एक साल से देख रहा हूँ, मैं आपका धन्यवाद करता हूँ की आप भक्तों के अनुभव शेयर करते है और बजरंगबली के चमत्कार लोगों तक पहुंचाते है, Hanuman Bhakt ka Anubhav in Hindi
बात अप्रैल 2021 की है उस समय करीब 2 दिन से मुझे बहुत कमजोरी महसूस हो रही थी, बहुत थकान महसूस होती थी और मेरी मम्मी की तबीयत भी ख़राब होने लगी मुझे लगा कि नार्मल दवाई से ठीक हो जायेगा पर उससे ठीक नहीं हो रहा था,
फिर मेरे पापा को भी कमजोरी महसूस होने लगी तब मुझे लगा की हम सभी को कोविड टेस्ट करवा लेना चाहिए और नवरात्री के दिन ही मैं, मम्मी, पापा और मेरी बहन टेस्ट कराने गए और 13 अप्रैल 2021 को मेरा, मम्मी और पापा का रिपोर्ट पॉजिटिव आया और मेरी बहन का रिपोर्ट नेगेटिव आया, ये जानकार मेरी मम्मी बहुत घबरा गयी,
हम लोग अपार्टमेंट में रहते है तो वहां काफी लोगो का सीढ़ियों से आना जाना होता था, इसलिए हम लोगो ने सोचा की हम अपने गाँव चले जाए, ताकि अपार्टमेंट के लोग सेफ रह सके, फिर हम अपने गाँव चले आये, वहां पर हम लोग क्वारंटाइन हो गए और डॉक्टर को दिखाकर दवाई लेने लगे, लेकिन 3 दिन बाद मम्मी की तबीयत और बिगड़ने लगी और उनका ऑक्सीजन लेवल कम होने लगा,
मेरे पापा हनुमान जी के बहुत बड़े भक्त है, वो हमेशा हनुमान चालीसा का पाठ करते है, पर एक दिन वो बड़े उदास हुए की वो नहा कर पूजा पाठ नहीं कर पा रहे है, क्योंकि सबने कहा था कि कुछ दिन नहाना मत, क्योंकि उससे तबीयत और बिगड़ सकती है, पर वो नहीं माने और नहाकर पूजा पाठ करने लगे,
फिर अगले दिन से उनकी तबीयत भी ज्यादा बिगड़ने लगी और पापा का भी ऑक्सीजन लेवल कम होने लगा, मैं बहुत घबरा गया था और दिन रात बजरंगबली को याद करता था और अपने मन में हनुमान चालीसा का पाठ करता था,
फिर एक दिन पापा और मम्मी का ऑक्सीजन लेवल 88 और 89 हो गया तो हम लोग हॉस्पिटल ढूंढ़ने लगे, पर कही भी बेड नहीं मिल रहा था, मेरी तबीयत में काफी सुधार था पर मम्मी पापा के लिए मेरी चिंता बढ़ती ही जा रही थी,
मैंने मेरे बजरंगबलि से प्राथना की “हे प्रभु अपने भक्तों की रक्षा करिये, प्रभु मेरे माता और पिता को स्वस्थ कर दीजिये”,
फिर थोड़ी देर में हमारे एक रिश्तेदार का कॉल आया कि उन्हें एक प्राइवेट हॉस्पिटल में 2 बेड मिल गए है और हम तुरंत निकल गए और वहां मम्मी पापा को एडमिट करवा दिया और वहां से आते वक़्त मैं रो-रोकर गाडी में ही बजरंगबली को याद करके मन ही मन हनुमान चालीसा का पाठ कर रहा था और अपने प्रभु से मदद मांग रहा था,
फिर 21 अप्रैल को राम नवमी के दिन मैं और मेरी बहन फिर से टेस्ट करवाने गए तो प्रभु की कृपा से हम दोनों का रिपोर्ट नेगेटिव आया, ये बात मैंने मम्मी पापा को बताई तो वो थोड़े रिलैक्स हुए, Hanuman Bhakt ka Anubhav in Hindi
फिर डॉक्टर ने मम्मी का चेकउप किया और कहा की आप ठीक है आप घर जा सकती है आपका ऑक्सीजन पहले से बेहतर है और धीरे-धीरे बढ़ेगा, पर पापा को 2 दिन रुकने को बोला गया, फिर 2 दिन बाद पापा को भी डिस्चार्ज दे दिया गया और वो घर आ गए,
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घर आने के एक हफ्ते बाद मम्मी पापा लगभग ठीक हो गए थे, ऑक्सीजन भी मेन्टेन हो गया था, कोई सिम्पटम्स नहीं थे, बस थोड़ी वीकनेस थी, तो मैंने सोचा कि टेस्ट करवा लेते है ताकि मम्मी पापा सबके साथ रह सके,
जब टेस्ट करवाया और रिपोर्ट्स आई तब जयेश भाई मेरे तो होश ही उड़ गए, क्योंकि मम्मी की रिपोर्ट नेगेटिव थी पर पापा की रिपोर्ट अब भी पॉजिटिव थी, मुझे मेरे प्रभु पर पूरा विश्वास था कि सब ठीक हो जायेगा, प्रभु का स्मरण करने से मुझे हिम्मत मिलती गयी और मैं अपने पापा को यकीन दिलाता था की सब नार्मल है ताकि वे टेंशन ना ले,
फिर डॉक्टर को रिपोर्ट्स दिखाने पर डॉक्टर ने कहा की आप क्वारंटाइन खत्म कर सकते है और अब ये वायरस आपसे spreadable नहीं है, 4 दिन बाद फिर से टेस्ट करवा लीजिएगा, फिर 4 दिन दवाइयां लेने के बाद सरकारी हॉस्पिटल में टेस्ट करवाया और 2 दिन बाद उसका रिपोर्ट मिला जिसमे फिर से पॉजिटिव आया था,
जयेश भाई उस समय पापा ने रिपोर्ट देख ली थी और उसे देख कर वो थोड़े मायूस हो गए थे और जिद करने लगे कि उन्हें क्वारंटाइन कर दिया जाए ताकि बाकि लोग सेफ हो, लेकिन मैं जानता था की मेरे प्रभु की कृपा से पापा एकदम ठीक हो गए है,
डॉक्टर को रिपोर्ट्स दिखाने पर डॉक्टर ने कहा कि मैं मान ही नहीं सकता कि आप अभी भी पॉजिटिव है, डॉक्टर ने कहा की आप एक बार मेरे कहने पर प्राइवेट में टेस्ट करवाए, फिर डॉक्टर के कहने पर इस बार हमने पापा का प्राइवेट में टेस्ट कराया,
अगले दिन प्राइवेट से रिपोर्ट लेने मैं और पापा गए, जब पापा रिपोर्ट लेने गए तो मैं कार में बैठा था और प्रभु के फोटो को देखकर हनुमान चालीसा पढ़ने लगा और प्रभु से विनती करने लगा कि प्रभु ये रिपोर्ट नेगेटिव आ जाये और मेरी आँखों से आँसू बहने लगे और उस समय अपने बगल में मुझे प्रभु के होने का एहसास हो रहा था, जैसे प्रभु मेरे साथ गाड़ी में बैठे हो और हँस-हँस के मुझसे बात कर रहे हो, Hanumanji ka Chamatkar in Hindi
और तब तक पापा रिपोर्ट लेकर आये और उन्होंने कहा कि रिपोर्ट नेगेटिव आई है और ये सुनकर मैंने चैन की सांस ली और अपनी आँखे बंद की, मुझे प्रभु का मुस्कुराता हुआ चेहरा दिख रहा था और वो मुझे आशीर्वाद दे रहे थे, मैंने प्रभु को धन्यवाद किया और घर आ गया,
जयेश भाई आखिर में बस ये ही कहूँगा की भक्ति में वो ताकत है जो इस संसार में और किसी चीज़ में नहीं है, हर समय बजरंगबली का स्मरण करते रहे और श्री राम जी का नाम लेते रहे वे आपकी रक्षा जरूर करेंगे.
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