खुशनसीब होते है वो भक्त जिन्हे ऐसा अनुभव होता है

1
Lord Hanumanji Real Miracle in Hindi

Lord Hanumanji Real Miracle in Hindi

खुशनसीब होते है वो भक्त जिन्हे ऐसा अनुभव होता है – हनुमान जी का अद्भुत चमत्कार

मेरा नाम अमर वर्मा है। मेरी उम्र 30 वर्ष है और मैं हरियाणा का रहने वाला हूँ। जयेश भाई मैं आपके चैनल से पिछले एक साल से जुड़ा हूँ। आपका चैनल मुझे बहुत ही अच्छा लगता है। आप बड़े ही प्यार से भक्तों के अनुभवों को बताते है। इसलिए आज मैं आपसे अपना अनुभव शेयर करना चाहता हूँ। Lord Hanumanji Real Miracle in Hindi

बात कुछ यूँ है की मैं बचपन से ही हनुमान जी की भक्ति करते आ रहा हूँ। मेरे जीवन में कई बार ऐसी घटनाएं हुई है जहाँ मेरे बजरंगबली ने मुझे बचाया है।

लेकिन पिछले 2 साल से मेरी ये इच्छा थी की मैं हनुमान जी की भक्ति का स्तर और बढ़ाऊ। इसलिए मैंने कुछ दिन पहले ही गुरु दीक्षा ली थी और मैंने गुरु दीक्षा अच्छी तरह से सम्पन्न करके अनुष्ठान सम्पन्न किया।

मुझपर गुरुदेव जी की कृपा भी हुई है। मेरे दैनिक रूटीन में शामिल है गुरु मंत्र जाप, हनुमान चालीसा, बजरंग बाण और हनुमान जी की आरती। ये सब मैंने सुबह शाम करनी ही करनी है चाहे कुछ भी हो जाये।

तो जैसे ही मेरी गुरु मंत्र सिद्ध साधना पूरी हुई। उसके कुछ ही दिनों बाद मेरी पत्नी ने कहा की 2-4 दिनों के लिए मुझे मेरे मायके परिवार वालों से मिलने जाना है तो मैं उसे लेकर चला गया।

सोचा 2 दिन मैं भी साथ रहूँगा कुछ अपनों के साथ टाइम बितेगा तो अच्छा भी लगेगा। उस दिन पूरा समय मैं मन ही मन निर्वाण मंत्र का जप भी करता रहा और शाम को वही पत्नी के मायके में खाना खाकर सो गया।

रात के करीब 3 या 4 बजे के आस पास मुझे एक सपना आया और मैं आपको बताना भूल गया था की वहां से आने के बाद मुझे हनुमान जी की प्रत्यक्ष साधना करनी थी। Hanumanji ki Sacchi Ghatna

Bajrangbali ki Satya Kahani in Hindi

मैंने सोचा की 2-4 दिन बाद आकर संकल्प लेकर शुरू करूँगा। क्योंकि गुरु जी से मैं हनुमान जी साधना ले चुका था और मेरे गुरूदेव परमहंस निखिलेश्वरानंद जी है।

तो अब बात आती है वो सपने वाली। सपने में मुझे ये दिखता है कि साक्षात हनुमान जी मेरे सपने मैं आये और मेरे सामने आकर खड़े हो गए।

सबसे पहले तो जयेश भाई मैं बता दूँ की उनका सौंदर्य करोड़ो कामदेव से भी ज्यादा सुंदर था। पूरे शरीर मे से तेज यानी भयंकर तेज निकल रहा था। और मैं ऐसा महसूस कर रहा था कि जैसे मैं अपने उसी घर वाले मेरे साधना कक्ष मे बैठा हूँ और मेरे प्रभु वही सामने आकर खड़े हो गए और उनका कद मानो लगभग 15 से 20 फुट होगा।

पढ़े: मौत सामने थी पर हनुमान जी पर अटूट विश्वास रखा फिर देखो क्या हुआ

मेरे बजरंग बली की आभा इतनी सुंदर थी कि क्या बताऊँ जयेश भाई। मैंने जैसे ही उन्हें प्रणाम किया तो उन्होंने मेरा प्रणाम स्वीकार किया और वे अचानक बोले की भक्त तुम्हे मेरी शक्तियां चाहिए या तत्व।

मैंने हाथ जोड़कर कहा तत्व। फिर वे बोले की भक्त क्या तुम मेरा तत्व सेहन कर लोगे? मैंने कहा जी प्रभु। तो वे बोले की ये लो फिर। उन्होंने अपने हाथ को आशीर्वाद मुद्रा मैं किया और उनके हाथ से एक रोशनी सी निकल कर आई और मेरे शरीर मे जैसे प्रवेश कर रही हो। Hanumanji ka Chamatkar

एकदम से मेरा शरीर ऐसा हो गया जैसे पंख के समान हल्का और फिर एकदम से ऐसा लगा कि मेरा शरीर इतना भारी हो गया कि मेरे वजन से कही ये छत ही न टूट जाये। जब ये सब हो रहा था तब मेरे प्रभु मेरे सामने ही खड़े थे। और उसके बाद सारे शरीर मे करंट सा लगने लगा और ऐसा महसूस हो रहा था की जैसे नसें फट जाएंगी।

मैंने तुरंत बजरंग बाण का पाठ करना शुरू कर दिया। फिर एकदम से सब शांत हो गया और एक प्यारी सी मुस्कान देते हुए प्रभु बोले कि भक्त तुम बहुत चतुर हो और आशीर्वाद देकर एका एक अदृश्य हो गए।

तो जयेश भाई मेरे बजरंगबली इतने दयालु है कि उस दिन के बाद से जब भी मैं उन्हें सच्चे मन से याद करता हूं, वे मुझे सपने में या किसी न किसी रूप में आकर दर्शन देते है। मैं ही नही जो भी बजरंगबली को सच्चे मन और ह्रदय से याद करता है तो प्रभु आते ही है। शत प्रतिशत प्रभु आकर दर्शन देते है अपने भक्तों को।


Subscribe Secret Mysteries on YouTube

Lord Hanumanji Real Miracle in Hindi, इस कहानी पर अपने विचार कमेन्ट के माध्यम से हम तक पहुंचाएं और यदि आपके साथ भी इस तरह का कोई चमत्कार हुआ है तो हमें dharmikstory@gmail.com पर लिखें, हम इस वेबसाइट पर आपकी कहानी प्रकाशित करेंगे.

1 COMMENT

  1. Ha mare sath bhi ESA hua that ki jab main ek din so RHA tha or mere sapne me bhagvan hanuman aaye or mujhse kahne lage ki tere taste me kuchh rukavten aarhi hai to Maine kaha ki prabhu mujhe to nhi pta konsi rukavate arhi hai an aap hi ahtaie in rukavton ko to bhagvan hanuman ne mujhe apni godi me litaya or mere kan me thodi rakhya dali or muh me bhi dali fir bole hanuman ki beta ab jao ab tumhare raste me koi rukavat nhi aayegi or fir main vahan se nikal pada bas mere sath yahi huaa that. Jay bajrangbali🙏

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here