आज के युवा को ये बात समझनी होगी – हनुमान जी का चमत्कार

Hanumanji ka Adbhut Anubhav in Hindi
आज के युवा को ये बात समझनी होगी – हनुमान जी का चमत्कार
Facebook
LinkedIn
WhatsApp

Hanumanji ka Adbhut Anubhav in Hindi

आज के युवा को ये बात समझनी होगी – हनुमान जी के चमत्कार की सच्ची घटना

मैं अपना नाम गुप्त रखना चाहती हूं, मैं गुजरात में रहने वाली एक डॉक्टर हूं। आज मैं आपसे मेरे साथ हनुमान जी से जुड़ा हुआ सच्चा अनुभव शेयर करना चाहती हूं। Hanumanji ka Adbhut Anubhav in Hindi

वैसे तो 2021 शुरू से ही मेरे लिए खराब रहा है, 7 जुलाई 2021 को मेरी दुनिया ही उजड़ गई थी। मैं अपनी पर्सनल लाइफ में भी बहुत ज्यादा डिस्टर्ब हो गई थी और मेरे हाथ से मेरी प्रोफेशनल लाइफ भी चली गई थी। जुलाई से पहले भी कई बार मेरे दिमाग में ऐसे ख्याल आए थे कि कहीं मैं पागल तो नहीं हो गई हूं सच में! क्योंकि मैं काफी टाइम से डिप्रेशन में थी।

मेरी पढ़ाई खत्म हो चुकी थी और कोविड-19 की हमारी इंटर्नशिप शुरू हुई थी‌ जो कि जून एंड में खत्म हुई। उसके बाद मेरा गोल था कि मैं आगे पोस्ट ग्रेजुएशन करूंगी। मेरी इंटर्नशिप का रिसर्च वर्क खत्म करके और उसके बाद तुरंत ही पोस्ट ग्रेजुएशन की एग्जाम देकर घर आते-आते मुझे 6th जुलाई हो चुकी थी। 5th को मेरा एंट्रेंस एग्जाम हुआ था और 7th को मेरिट बाहर आने वाला था।

ऑलरेडी डिस्टर्ब होने की वजह से और रिसर्च का बहुत ही ज्यादा काम होने की वजह से मैं इस एग्जाम की प्रिपरेशन अच्छे से नहीं कर पाई थी बल्कि मुझे सिर्फ 2 दिन पहले ही पता चला था कि मेरी एग्जाम है। और पिछले 5 साल से मेरा ड्रीम था कि मैं इसी कॉलेज में अपना पोस्ट ग्रेजुएशन इन सायकेट्री करूंगी क्योंकि गुजरात में सिर्फ एक ही कॉलेज है मेरी फील्ड की। Hanumanji ka Adbhut Anubhav in Hindi

पहले इस कॉलेज में एडमिशन के लिए कोई दिक्कत नहीं हो रही थी लेकिन इस साल फैकल्टी नहीं आने की वजह से बहुत ही ज्यादा कंपटीशन बढ़ गया था 9 सीट थी और 24 लोगों ने एग्जाम दी थी। और इस बात से मैं अनजान थी इसीलिए मैंने कहीं पर भी जॉब के लिए अप्लाई नहीं किया था ना ही किसी और चीज की प्रिपरेशन की थी।

जब मेरिट आया तो मुझे पता चला कि मेरा सिलेक्शन नहीं हुआ है, पर मेरी फैकल्टी भी उदास हो गई थी क्योंकि मेरे बैच में से सिर्फ मैं ही थी जो सायकेट्री में इंटर्नशिप करने के लिए गई थी और की थी, जो इस फील्ड में आगे जाना चाहती थी और इस वजह से मैंने इंटर्नशिप के दौरान बहुत ही अच्छी-अच्छी जॉब को एक्सेप्ट नहीं किया था।

पर टेंशन यह था कि सिलेक्शन नहीं हुआ और मेरा दिमाग कहीं और टेंशन में लगा हुआ था मुझे पूरी रात नींद नहीं आती थी और पूरा दिन बस तरह-तरह के विचार आते थे। मैं हनुमान जी के शरण में 2018 से गई थी और तब से मैं हनुमान जी के सुंदरकांड का पाठ करती हूँ।

Hanumanji Real Hindi Story

जब मैंने अपनी कंडीशन को इस तरह पाया कि ना मैं सो पा रही हूं, ना मैं खा पा रही हूं, ना मैं किसी से बात कर पा रही हूं ना मैं मेडिटेशन करके अपने आप को शांत रख पा रही हूं, तो मुझे लगा कि मुझे ऐसा कुछ करना पड़ेगा जिससे मुझे अपने आप ही पावर मिले जैसे कि कोई मंत्रो का उच्चारण,

और मुझे हनुमान जी की याद आई और कहीं से आपका एक वीडियो भी दिखा और मैंने सोचा कि मैं अब हनुमान चालीसा का पाठ करूंगी मैंने उसी दिन 100 बार हनुमान चालीसा के पाठ किए और बस तुरंत ही मैं नेगेटिव विचारों से बाहर आ गई और मेरे चेहरे पर स्माइल आ गई।

क्योंकि मेरा हर चीज पर से भरोसा उठ गया था और मैं भरोसा नहीं कर पा रही थी तो मैं आपकी चैनल के वीडियोस देखती थी और मैंने लगभग जुलाई एंड तक आपकी चैनल के सारे वीडियोस देख लिए थे ताकि मेरा विश्वास बने।

मेरी कॉलेज वालों ने मुझे 15 जुलाई तक का टाइम दिया था और बोला अगर किसी ने फीस पे नहीं की तो आपको चांस मिलेगा। और मैंने हनुमान चालीसा शुरू की मैंने बजरंग बाण का पाठ और हनुमान अष्टक का पाठ शुरू किया और हनुमान जी से कहा कि मुझे 15 तारीख तक एडमिशन दिलवा दो प्रभु,

क्योंकि दूसरा जो ऑप्शन है कि एक फैकल्टी बढ़ाकर सीट एक्सटेंड करके आप को एडमिशन दिया जा सकता है लेकिन उस प्रोसीजर में दिसंबर आ जाता और इसकी पॉसिबिलिटी बहुत कम थी।

लेकिन 15 तारीख तक भी कुछ नहीं हुआ। मुझे अपनी कॉलेज ने बताया की यूनिवर्सिटी का रजिस्ट्रेशन जब शुरू होगा और अगर सीट एक्सटेंड होनी होगी तो उसी टाइम सब पता चल जाएगा कि आपका एडमिशन होगा या नहीं, अगर होगा तो 12 लोगों का होगा और नहीं होगा तो 9 लोगों का एडमिशन होगा। और चांसेस 50-50 है।

मुझे वेट करने के लिए बोला गया और यूनिवर्सिटी के पोर्टल 12 अगस्त से 30 अगस्त तक खुलने वाले थे जब रक्षाबंधन के बाद मैंने अपने मैम को कॉल किया तो उन्होंने बताया कि आज रजिस्ट्रेशन होगा लेकिन जब मैंने पूछा कि मैं अपना यूपीआई दूं तो उन्होंने मना कर दिया कि नहीं आज तो सिर्फ उनका ही होगा जिनका मेरिट लिस्ट में नाम आया है वह 9 लोग,

तो मैं बहुत रोई डिप्रेशन में चली गई क्योंकि मुझे मिसगाइड किया गया था, जिस तरह उन्होंने बताया था उस तरह से लग रहा था कि चांसेस 50% भी नहीं है और उसी दिन पता चला कि यूनिवर्सिटी पोर्टल अब 13 सितंबर तक ओपन रहेंगे वैलिडिटी बढ़ चुकी है। Hanumanji ka Adbhut Anubhav in Hindi

मैं हनुमान जी को बोल रही थी आप असंभव को संभव करते हो तो यह तो संभव है, मैंने सब छोड़ दिया था लेकिन पाठ करना जारी रखा था। मुझे पूरे वेकेशन कंसल्टेंसी वालों ने भी मना कर दिया था।

अचानक से 6 सितंबर को मुझे क्लिक हुआ कॉलेज में बहुत सारी एक्सटर्नल फैकल्टी युनिवर्सिटी से वेरीफाइड है और जो कि मेरे गाइड बन सकते हैं और हमारी एक बैच में 2 स्टूडेंट के इसी तरह से गाइड बने थे, मैंने अपनी कॉलेज में कॉल करके बताया तो उन्होंने मुझे डांट के बताया कि यह पॉसिबल नहीं है,

जबकि मैंने उसी दिन बहुत सारे लोगों को पूछा कि क्या यह पॉसिबल नहीं है या फिर उनको रिक्वायरमेंट नहीं है सब ने बताया कि यह बिल्कुल पॉसिबल है गुजरात में और गुजरात के बाहर हर जगह पर यह पॉसिबल है बस मेरी कॉलेज वालों को ज्यादा पे ना करना पड़े इसलिए वह लोग मुझसे गलत बोल रहे थे और मुझे अगेन मिसगाइड किया गया,

मैंने हर संभव कोशिश कर ली कि इस कोर्स में नहीं तो कहीं और पूरे इंडिया की कॉलेज मैंने छान मारी ताकि मेरा 1 साल बर्बाद ना हो, क्योंकि मैं बहुत ज्यादा डिप्रेशन में रहती थी तो मैं अंदर से स्ट्रांग नहीं थी कि मैं कहीं दूसरी सिटी में जाकर फिर से सेटल हो सकूं कंफर्ट जोन के बाहर जाने कि मुझ में ताकत नहीं आई थी अभी तक,

यहां मैं एक बात बताना भूल गई थी कि मैंने हनुमान चालीसा और बजरंग बाण, हनुमान अष्टक कभी-कभी मैं पंचमुखी हनुमान कवच के भी। कभी 7 दिन तक 7 बार पाठ किए हनुमान चालीसा के तो कभी हनुमान साठिका, या सुंदरकांड किया, Hanumanji ka Adbhut Anubhav in Hindi

क्योंकि इस फील्ड में जाना मेरा स्वप्न था इसलिए मैंने भगवान को बोला कि मैं सेवा करूंगी मन से, कभी भी पैसों की और नहीं देखूंगी मुझे बस चांस दे दीजिए क्योंकि अगला साल किसने देखा है, श्रावण में गुड़ चना भी चढ़ाएं और तो और कई बार भरोसा भी टूटा कि यह सब कुछ इस दुनिया में सच है भी या नहीं लेकिन फिर भी पाठ करना जारी रखा और आपकी वीडियोस देखती रहती थी और सिर्फ पाठ से ही मैं डिप्रेशन से बाहर आने लगी, मैं सब कुछ एक्सेप्ट करने लगी, खाना खाने लगी, गुस्सा छूटता गया और ओवरथिंकिंग कम हो गई,

पढ़े: मेरे प्रभु वही उपस्थित थे – हनुमान जी के चमत्कार की सच्ची घटना

एक दिन मुझे बहुत गुस्सा आया तब मैंने सोच लिया था कि अब मैं दोबारा कॉल नहीं करूंगी और अब मैं 1 साल गैप ले लूंगी और नेक्स्ट ईयर इस कॉलेज में बिल्कुल भी नहीं जाऊंगी क्योंकि जो कॉलेज कुछ पैसे बचाने के चक्कर में मेरा साल बर्बाद कर सकती है उस कॉलेज के लिए 1 साल वेट नहीं करना चाहिए मैं दूसरी कॉलेजेस जोकि आउट ऑफ गुजरात है वहां पर ट्राई करूंगी,

मुझे ऑलरेडी अपने सीनियर ने बता दिया था कि हर कॉलेज में यही है कि वह अपने स्टूडेंट्स को पहले लेंगे तुम अगर प्रिपरेशन भी कर लोगी फिर भी तुम्हारे लिए बहुत ही मुश्किल होगा और तो और आउट ऑफ गुजरात जाने का मेरा फाइनेंस बजट भी बहुत ज्यादा बढ़ जाता था लेकिन फिर भी मैंने पाठ चालू रखें और उसी दिन मुझे न्यूज़ मिली की यूनिवर्सिटी पोर्टल वैलिडिटी और एक्सटेंड हो गए हैं और वह सीधे 13 अक्टूबर तक है।

तो मैंने सोच लिया कि अगर इस साल गुजरात में एडमिशन नहीं हुआ और इन लोगों का सामने से फोन नहीं आया तो 1 साल का गैप ले लूंगी 15 अक्टूबर के बाद कहीं बहुत अच्छी जॉब कर लूंगी,

मेरी एक और दोस्त का भी एडमिशन नहीं हुआ था तो मैंने उसको कॉल किया और उसने कहा की उसे डिस्टेंस से करना था, तो मैंने उससे सारी जानकारी पूछी, क्योंकि उस कॉलेज में मेरा मेरिट नहीं बन रहा था तो मेरा वहां पर एडमिशन होना पॉसिबल नहीं था, Hanumanji ka Adbhut Anubhav in Hindi

लेकिन मेरी दोस्त ने बताया कि 90,000 भरने पड़ेंगे और एडमिशन तुम्हारा भी हो जाएगा, मैंने मना कर दिया क्योंकि मुझे डिस्टेंस कोर्स नहीं करना था और तो और आज तक कभी भी डोनेशन भर के पढ़ाई नहीं की तो अब क्यों।

उस दिन मैंने ना चाहते हुए भी अपने प्रिंसिपल मैम को कॉल किया और प्यार से बताया कि अब मैं 1 ईयर गैप लेने वाली हूं अगर 13 अक्टूबर तक हो तो मुझे बता देना, यह बोलकर मैंने फिर से पाठ चालू रखें और मैंने सोचा कि बजरंग बाण में हनुमान जी को श्री राम की शपथ दी जाती है क्योंकि मेरा मानना है कि बहुत ही ज्यादा इमरजेंसी हो तभी बजरंग बाण का पाठ करना चाहिए और अगर मैंने यह पाठ करके कोई गलती कर दी है तो मैं 1 साल बर्बाद होने को एक्सेप्ट कर लूंगी,

मेरे करियर का मुझे इतना टेंशन था और ऊपर से रिश्तेदार मुझसे पूछ रहे थे, अब क्या हुआ, घर पर रहना है, स्टडी का क्या हुआ, मेरे पास किसी को जवाब देने के लिए कुछ भी नहीं था और मैं बाहर नहीं निकलती थी इन लोगों के सवाल से बचने के लिए, फिर से मेरी पर्सनल लाइफ में बहुत बड़ी टेंशन हो गई और मैं बहुत रोने लगी,

लेकिन फिर भी मुझे पता था कि अभी एडमिशन इंपॉर्टेंट है मैंने मेरे बजरंगबली को बोल दिया कि मैंने आपको बताया हुआ है अब सब कुछ आप पर छोड़ दिया है प्रभु और हर रोज आधा घंटा बैठकर पाठ करती थी,

1st अक्टूबर को मुझे पता चला कि जो फैकल्टी को यह लेना चाहते हैं उनका अभी तक रिजल्ट ही नहीं आया वैलिडिटी कम हो गई है 10 से 5 तारीख तक हो गई है, लेकिन पाठ करते-करते मुझ में इतनी ताकत आ गई थी कि मैं सब कुछ एक्सेप्ट करने लगी थी, इतनी परेशानी होने के बावजूद भी बदलाव को स्वीकारने की ताकत आ गई थी,

Bajrangbali ki Satya Kahani in Hindi

मैंने पूरी तरह से मेरा एडमिशन होगा वह सोचना छोड़ दिया, लेकिन फिर भी पाठ करने चालू रखें और मैं भगवान को कुछ भी नहीं बताती थी, मेरी लाइफ के हर एरिया में बहुत प्रॉब्लम चल रहे थे मुझे ऐसा लगता था कि मुझ पर किसी ने काला जादू कर दिया है मेरे साथ इस बीच 17000 का फ्रॉड हुआ 1 एस्ट्रोलॉजर ने कर दिया।

लेकिन इस वक्त मेरे लिए अपने करियर से बढ़कर और कुछ भी नहीं लग रहा था और गेस व्हाट 1 अक्टूबर जिस फैकल्टी का रिजल्ट भी नहीं आया था 5 अक्टूबर को मेरे प्रिंसिपल मैम का मुझ पर कॉल आया और मुझे बोला कि तुम्हारा यूनिवर्सिटी में रजिस्ट्रेशन हो गया है,

ये सब 3 दिन में कैसे? वह तो बजरंगबली ही जाने क्योंकि मेरे मैम ने मुझे पहले ही बताया था कि यूनिवर्सिटी कितने भी दिन ले सकती है उसकी कोई गारंटी नहीं है, जिस दिन मेरा रजिस्ट्रेशन हुआ उस दिन मंगलवार था और मैं समझ गई कि यह कुछ नहीं बस मेरे बजरंगबली की कृपा है।

यहां गुजरात में जो झंड हनुमान है मैंने वहां की मन्नत ली थी और तो और मुझे अपनी सारी दोस्तों ने बताया कि तुमने बहुत हिम्मत रखी और धीरज रखा, मेरे बजरंगबली को मैंने सिर्फ एडमिशन के लिए ही बोला था, मुझे पूरे 3 महीने इंतजार करना पड़ा लेकिन इस इंतजार में बजरंगबली ने मुझे इस तरह से गाइड किया कि मैं अपनी लाइफ की कितने बड़े-बड़े लेसन 3 महीने में सीख गई।

उन्होंने मुझे जीना सिखाया, चीजों को एक्सेप्ट करना सिखाया और तो और एक सही वर्कशॉप के लिए भी गाइड किया मैंने वह वर्कशॉप अटेंड किया और वह मेरे लिए बहुत ही बेनिफिशियल था, बजरंगबली ने मुझे कठिन सिचुएशन में से बाहर कैसे आना है वह सिखाया, ताकत दी और उसके बाद जो चाहिए था वह भी दे दिया।

प्रभु ने हर तरह से कृपा बरसायी क्योंकि मैंने भगवान से इससे पहले और कुछ भी नहीं मांगा था और यह चीज बहुत इंपॉर्टेंस थी मेरे लिए तो बजरंगबली के इस उपकार को मैं अपने जीवन भर याद रखूंगी। बजरंगबली की एक और कृपा भी मेरे पर बहुत जल्द होने वाली है वह मैं आपको जरूर बताऊंगी।

अंत में आपको धन्यवाद क्योंकि आपके वीडियोस ने मुझे बहुत हिम्मत दी है, मेरे साथ एक बार फ्रॉड हो चुका है इसलिए मुझे पता है कि इस तरह से सच्चे दिल से लोगों की मदद करने वाले अगर मिलते हैं बुरे वक्त में तो वह दिल को कितना सुकून देता है बजरंगबली का भी धन्यवाद और जयेश भाई आपका भी धन्यवाद।

ये वीडियो आज की युवा पीढ़ी के लिए संजीवनी का काम करेगी – हनुमान जी के चमत्कार की सच्ची घटना


Subscribe Secret Mysteries on YouTube

Hanumanji ka Adbhut Anubhav in Hindi, इस कहानी पर अपने विचार कमेन्ट के माध्यम से हम तक पहुंचाएं और यदि आपके साथ भी इस तरह का कोई चमत्कार हुआ है तो हमें dharmikstory@gmail.com पर लिखें, हम इस वेबसाइट पर आपकी कहानी प्रकाशित करेंगे.

Facebook
LinkedIn
WhatsApp

Related Post

error: Content is protected !!