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इस भक्त पर हुई 3 बार हनुमान जी की कृपा – बजरंगबली का चमत्कार

Kashtbhanjan Hanumanji ka Chamatkar in Hindi
इस भक्त पर हुई 3 बार हनुमान जी की कृपा – बजरंगबली का चमत्कार
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Kashtbhanjan Hanumanji ka Chamatkar in Hindi

इस भक्त पर हुई 3 बार हनुमान जी की कृपा – बजरंगबली के अद्भुत चमत्कार की सच्ची घटना

मेरा नाम आस्था है, मैं जम्मू के साम्बा शहर की रहने वाली हूँ। वैसे तो बचपन से ही मैं बजरंगबली को मानती हूँ, मेरे घर में मैंने बचपन से ही पूजा पाठ का माहौल देखा है। बचपन में जब सुबह उठते तब हनुमान चालीसा सुनाई देती जो मेरी दादी सुबह पूजा के वक़्त गाया करती थीं। जिसके चलते 5 वर्ष की उम्र से ही सुन-सुन कर पूरी चालीसा मुझे आती है। Kashtbhanjan Hanumanji ka Chamatkar in Hindi

मैं पूजा तो करती पर मेरा मन पूजा मैं कभी नही लगा और कभी भगवान पर विश्वास होता तो कभी लगता यह सब अंधविश्वास है। मेरी माँ मुझे हमेशा से ही पूजा में ध्यान लगाने को कहती पर मेरा दिमाग जैसे मुझे पूजा से दूर करता है।

बात है 2020 मार्च लॉकडाउन की जब मैं क्लास 12th में पहुंची, पढ़ाई में मन नही लगता था रोज़ ऑनलाइन क्लासेज अटेंड करती थी। एक दिन यूट्यूब चलाते हुए आपकी एक वीडियो दिखी पता नही क्यों मैंने वीडियो देखा और मन हुआ कि सारी वीडियोज् देखू।

मेरे मन में बजरंगबली के प्रति थोड़ा विश्वास आया फिर मैंने आपकी अपनी चमत्कार वाली वीडियो देखी श्री कष्टभंजन देव सारंगपुर वाली। मैंने यूट्यूब पर श्री कष्टभंजन देव की जितनी भी वीडियोज् मौजूद थी सारी की सारी देख डाली। और दादा के प्रति मेरा विश्वास बढ़ता गया। मैंने रोज़ 7 बार हनुमान चालीसा करना शुरू कर दिया। मेरे मम्मी पापा भी हैरान हो गए कि यह अपने आप बिना बोले पूजा कैसे कर रही है।

परेशानी आगे हमारा इन्तेजार कर रही थी। एक दिन मेरी मम्मी को टेलबोन में बहोत दर्द होने लगा और उन्होंने पाया कि जैसे उन्हें टैलबोन पर एक सिस्ट यानी गाँठ हो। उन्होंने मुझे भी चेक करवाया की कही यह वहम तो नही मुझे भी सिस्ट महसूस हुई। Kashtbhanjan Hanumanji ka Chamatkar in Hindi

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मैं बहोत घबरा गई। बाहर स्ट्रिक्ट लॉकडाउन था एक भी इंसान रोड पर बाहर नही दिखता था। चेकउप करवाने जाते भी तो कहाँ, मैंने ऑनलाइन गूगल से डॉक्टर्स के नंबर निकाले उनसे बात की तो उन्होंने कहा कि यह प्रॉब्लम सीरियस भी हो सकती है आप जल्दी से जल्दी कही चेकउप करवाओ। तो कोई डॉक्टर कहता कि ये सिस्ट का साइज अगर बढ़ गया तो बहोत प्रॉब्लम होगी।

मैं मम्मी को हमेशा होंसला देती की चिंता मत करो कुछ नहीं होगा बजरंगबली हैं ना हमारे साथ। मेरे मम्मी-पापा भी बजरंगबली को बहोत-बहोत मानते हैं मुझसे भी पहले से। मम्मी की तकलीफ बढ़ती जा रही थी। हमने ऑनलाइन एक और डॉक्टर को कंसल्ट किया उन्होंने हमें पार्सल के थ्रू दवाइयां भेजी। दवाइयां बहोत ज़्यादा महँगी थी पर इस वक़्त मम्मी को फर्क पड़ना चाहिए था। एक और महीना निकल गया मम्मी को कोई फर्क नही पड़ा।

हमने और भी कई आयुर्वेदिक दवाइयां मंगवाईं पर सब बेअसर थी। फाइनली पापा ने डिसाइड किया कि वो कैसे भी मम्मी को पास के हॉस्पिटल ले जाएंगे, मैंने भी साथ चलने की ज़िद की, हॉस्पिटल में उस वक़्त कोविड के 20-25 केस थे।

उधर जाकर उन्होंने कहा कि x-ray करवा कर लाओ। आस पास के x-ray के लैब बंद थे, अब x-ray 30-35 मिनट की दूरी पर सिटी में हो सकता था। हम बिना सोचे निकल पड़े सिटी की और। उधर जाकर जब नबर आया तो x-Ray करवा कर डॉक्टर को दिखाया तो उन्होंने सर्जरी की सलाह दी।

हम घर आ गये और हम सब सर्जरी के खिलाफ थे। फाइनली मम्मी ने कहा मैं घर पर रहूंगी अब हम कही दिखाने नही जायेंगे मुझे बजरंगबली ठीक करेंगे मुझे उनकर पूरा विश्वास है। फिर मेरी मम्मी ने मंगलवार के व्रत करना शुरू किए मेरी भी ज़िद थी की मैं भी दादा के व्रत करूंगी। मैंने और मम्मी ने नियमपूर्वक दादा के व्रत शुरू किए मेरा विश्वास और बढ़ा और मैं घर पर उनके लिए लड्डू बनाती क्योंकि बाहर सब बंद था।

ऐसे ही जब थोड़ा-थोड़ा लॉकडाउन खुला तब पापा ने मम्मी को कहा कि हमे किसी और डॉक्टर से कंसल्ट करना चाहिए और वो सिटी के बड़े हॉस्पिटल गए उधर मम्मी के सारे टेस्ट फिर से किये गए, मुझे याद है उस दिन शनिवार का दिन था और रिपोर्ट सही आये इसके लिए मैं घर पर हनुमान चालीसा का पाठ कर रही थी कि तभी मुझे मम्मी का फ़ोन आया कि सब ठीक है रिपोर्ट ठीक आयी है डॉक्टर ने कहा है कि मुझे सिस्ट है ही नही, बोन में प्रॉब्लम आ गयी जो माइनर है।

यह सुनकर तो जैसे मैं खुशी के मारे रो पड़ी मैं सीधे पूजा रूम में गयी और बजरंगबली को बहोत-बहोत धन्यवाद किया और पाठ पूरा किया। मम्मी को जो दवाइयां मिली उनसे मम्मी को बहोत रिलीफ है अब वो काफी ठीक है। हमने अपने व्रत भी पूरे किए मम्मी ने 21 व्रत किये पर मैंने 11 ही किये क्योंकि मेरे बोर्ड के एग्जाम आने वाले थे।

Hanumanji ki Kripa in Hindi

मेरे एक्साम्स के 1 एक महीने पहले 9th मार्च 2021 को मेरा पेट डॉग जिसका नाम sammy है जो हमारे घर में बच्चे की तरह है उसकी तबियत अचानक खराब हो गयी। डॉक्टर को दिखाया तो उन्होंने कहा कि इस बीमारी से सिर्फ 15% डॉग्स ही बच पाते हैं यह सुनकर हम सब जैसे टूट गए।

अब मेरे डॉग को drip लगती थी उसने खाना पीना छोड़ दिया था उसको यूरिन में भी ब्लड आने लगा था। मैं उस बच्चे को देखकर बहोत रोती थी। हमे किसी से यह भी पता चला था कि यह किसी ने काला-जादू मेरे पापा पर किया था पर हमारे कुत्ते ने अपने ऊपर ले लिया है।और यह हमारे आस-पास में रहनेवाले किसी का काम था।

मैं बजरंगबली के आगे बहोत रोती थी और उनको कहती थी कि दादा या तो इस बच्चे को ठीक करो या इसको मुक्ति दो, मैं उसे इस पीड़ा में नहीं देख सकती। मेरे एक्साम्स की भी पढ़ाई नही हो रही थी मुझसे। पूरे दिन बस मैं अपने डॉग का ध्यान रखती थी। Kashtbhanjan Hanumanji ka Chamatkar in Hindi

मेरे पापा मम्मी ने भी बहोत-बहोत परेशानी सही है। पापा और मैं रोज़ उसको ड्रिप लगवाने ले जाते हॉस्पिटल। हमारे सामने इस बीमारी से हॉस्पिटल मैं 5 डॉग्स की डेथ हो गयी थी। मैं हमारे डॉग को पूरा-पूरा दिन फ़ोन से हनुमान चालीसा, हनुमानअष्टक, बजरंग बाण सुनाती। मैं उसके लिए पूरी-पूरी रात जागी हूँ।

14 दिन बाद मैं आपको बता नही सकती जयेश जी हमारे डॉग ने खाना शुरू कर दिया। हालांकि इन 14 दिन के बीच मैं बजरंगबली के आगे कितना रोई हूँ यह मैं ही जानती हूं। पूरी तरह ठीक होने में उसको महीना लगा पर वो बच गया हालांकि डॉक्टर्स भी बहोत हैरान हुए बोलते इसके बचने की उम्मीद तो बिल्कुल नही थी। यह सब बहरंगबली का ही कमाल था जिन्होंने हमारी प्रार्थना सुन ली।

फिर मेरे एक्साम्स आ गए मैं उतना ज्यादा नही पढ़ पायी थी। पहले 2 एक्साम्स तो बेस्ट गए मैंने अपना 100% दिया, पर तीसरे फिजिक्स के एग्जाम से पहले छुट्टी वाले दिन जैसे मेरा दिमाग किसी ने खाली कर दिया हो।

मैं जो टॉपिक पढूं मुझे आये ही नहीं हालांकि मेरी फिजिक्स मैंने जनवरी में ही कंप्लीट कर दी थी मुझे कुछ समझ ही नहीं आ रहा था, जो question करती वो ही नही आता बेसिक ही नही आ रहा था, पता नही मुझे क्या हो गया था। मैंने मम्मी पापा को बताया उनको भी बहोत टेंशन हो गयी।

पढ़े: वे आये और मैं उन्हें पहचान ना सकी – हनुमानजी का चमत्कार

पेपर की पहले रात मैं रो रही थी की मुझे कुछ नहीं आ रहा था बजरंबली को बार-बार बोल रही थी कि ये क्या हो रहा है मुझे संभालो प्रभु। मैं सो गई सुबह भी नही उठी पढ़ने के लिए मुझे कुछ याद ही नही आ रहा था जैसे मेरा दिमाग वाश आउट हो गया हो। Kashtbhanjan Hanumanji ka Chamatkar in Hindi

मैं एग्जाम सेन्टर जाने से पहले बहोत रोई मम्मी पापा को भी कुछ समझ नही आ रहा था। मैं उनको बोल रही थी कि अगर मैं फेल हो गयी तो सॉरी वो भी रोने वाली हालात मैं आ गए थे। मैं बजरंगबली के आगे रोकर घर से पेपर देने चली गयी।

जब पेपर मेरे पास आया तो मुझे कुछ भी नही आता था हालांकि मैंने सब पढ़ा था पर दिमाग जैसे मेरे कण्ट्रोल मैं नही था। मैं सच में अपने बजरंगबली की कसम खाकर कहती हूं कि मुझे 1 भी question नही आता था बजरंगबली का नाम लिया और मैंने लिखना शुरू किया खुद से लिखती गयी answers।

पर सच मे मैंने 1 mark की भी चीटिंग नहीं की। घर आकर बहोत रोई क्योंकि मैं पेपर मैं क्या करके आयी थी मुझे भी नही पता था। फाइनली पता चला कि रिजल्ट आने वाला है मैं उस दिन बहोत डरी हुई थी और रोई भी हालांकि मुझे दादा पर विश्वास था।

उस दिन शनिवार था मैंने सुबह नहा कर बिना कुछ खाए 108 बार हनुमान चालीसा का संकल्प लिया और पढ़ना शुरू किया दादा को यह भी बोला की मैं आपकी पूजा करती हूं, ‘हे कष्टभंजन देव’ मेरी बेइज्जती नही होनी चाहिए। मुझे 90s में मार्क्स चाहिए मैंने मेहनत की है आप भी जानते हो।

और हमारा रिजल्ट आ गया और जयेश जी रिजल्ट देखकर मेरे पैरो तले ज़मीन हिल गयी मेरे 93% मार्क्स आये थे क्लास 12th में, मैने सबको बताया कि ये श्री कष्टभंजन दादा की कृपा है सबसे पहले मैं लड्डू लेकर बजरंगबली के मंदिर गयी उनका बहोत-बहोत शुक्रिया किया।

और अब इस रक्षाबंधन पर मेरी मम्मी ने बजरंगबली को मंदिर में राखी बांधी और श्री कष्टभंजन देव के लिये रक्षाबंधन से हफ्ता पहले ही एक राखी और पत्र कुरियर के थ्रू भेजी।अब बजरंगबली को मैं दादा नही मामा बुलाती हूँ। मेरे प्यारे मामा हमेशा मेरे साथ हैं और अब उनसे एक और प्रार्थना करती हूँ कि जल्दी जल्दी हम सबको सारंगपुर बुलाओ और अपनी इस बेटी को एक अच्छी ईमानदार डॉक्टर बनाओ। Kashtbhanjan Hanumanji ka Chamatkar in Hindi

एक और बात आपको बताऊं आज कल रोज़ मैं श्री कष्टभंजन देव की मंगला आरती और श्रृंगार आरती करती हूँ और रोज़ के दर्शन भी करती हूं। इस जन्मदिन पर मुझे मेरे पापा मम्मी से श्री कष्टभंजन देव जी की बड़ी सी फ़ोटो गिफ्ट के रूप मे मिली जो आज तक का सबका महँगा और प्यारा तोहफा है।

तो दोस्तों देखा आपने प्रभु सब जानते है, बस ऐसे ही प्रभु पर अटूट विश्वास रखे और अच्छे कर्म करते रहे, जीवन में कितने भी उतार चढ़ाव आये प्रभु जीवन के हर कदम पर आपकी सहायता करते रहेंगे….तो ऐसे ही है हमारे बजरंगबली


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