लॉकडाउन में आ गया इस भक्त के पूरे परिवार पर घोर संकट – हनुमानजी के चमत्कार की सच्ची घटना – Hanumanji ki Kahani
Hanumanji ki Kahani मेरा नाम रमेश सुथार है, में 29 साल का हूँ और में मुंबई में रहता हूँ, पिछले 2 महीनो में मेरे साथ जो हुआ वो में आपके साथ शेयर करना चाहता हूँ,
मेरे अंकल को पिछले 2 साल से अपेंडिक्स का प्रॉब्लम था, पर कभी उन्हें इतनी प्रॉब्लम नहीं हुई इसलिए उन्होंने ऑपरेशन नहीं करवाया था,
लेकिन इसी साल मई महीने में अचानक जोरों का दर्द होना शुरू हो गया, मगर कोरोना के चलते वो हॉस्पिटल में जाने से घबराते थे, इसलिए मेडिकल से ही पेनकिलर लेकर खा लेते जिससे कुछ समय के लिए उन्हें आराम रहता,
लेकिन 10th मई की रात को 3 बजे अचानक उनके पेट में फिर से जोरो का दर्द होना शुरू हो गया और उन्हें तुरंत हॉस्पिटल में भर्ती करना पड़ा, डॉक्टर्स ने रिपोर्ट देखते ही तुरंत कहा कि ऑपरेशन करना पड़ेगा,
उनका ऑपरेशन सक्सेसफुल रहा 7 दिनों बाद वे घर आ गए, सब कुछ ठीक चल रहा था की 26th मई को अचानक उनकी तबीयत फिर से ख़राब हो गयी, उन्हें सांस लेने में तकलीफ होने लगी और बहुत ज़्यादा भुखार आ गया था,
हमने फिर उन्हें हॉस्पिटल में एडमिट किया और उन्हें इस बार ICU में रखा गया इसी दौरान उनका COVID 19 का टेस्ट किया पर जब तक रिपोर्ट आयी तब तक हम घर आ गए थे,
जैसे ही रिपोर्ट आई में डर गया और मेरी हिम्मत नहीं हो पा रही थी किसी से कुछ बात करने की या बताने की, जैसे तैसे हिम्मत जुटाकर मैंने अंकल से बात की और उन्हें बताया कि उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है,
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फिर उसी दिन हमें BMC से कॉल आया और मेरे अंकल को और पूरी फैमिली को quarantine कर दिया गया, 7th जून को हमें quarantine किया गया हमें लगा सब ठीक हो जायेगा,
और जिस दिन quarantine किया गया उसी दिन मेरा भाई जोकि 13 साल का है उसके पेट में भी जोरों का दर्द होने लगा, हम सबको लगा की नार्मल दर्द होगा तो हमने उसे पैन किलर दे दी उसे थोड़ी रहत हुई,
लेकिन अचानक रात के 1 बजे वो उठ के बैठ गया और रोने लगा और बोलने लगा कि भैया पेट में बहुत दर्द हो रहा है, जैसे तैसे हमने रात गुज़ारी,
सुबह होते ही मैंने BMC से संपर्क किया और उनके वहां से एक डॉक्टर आया और उसने भाई को चेक किया और उसकी रिपोर्ट निकाली गयी तो पता चला की उसे भी अपेंडिक्स का प्रॉब्लम है,
तो डॉक्टर ने स्पेशल परमिशन लेकर मुझे और मेरे भाई को डिस्चार्ज देके उसे हॉस्पिटल में एडमिट करवाया, अब मेरी फैमिली में मानो जैसे एक डर का माहौल छा गया था, हमें समझ नहीं आ रहा था की ये सब क्या हो रहा है,
भाई को एडमिट करवाते ही उसकी रिपोर्ट और CT scan करवाया गया जिसमें पता चला की उसकी अपेंडिक्स की जो पल्स है वो फट गयी है और पूरे शरीर में ब्लड में इन्फेक्शन फैल गया है,
डॉक्टर ने भी हाथ जोड़ लिए मेरे सामने की ये बहुत ही क्रिटिकल कंडीशन है कुछ भी हो सकता है, डॉक्टर्स को मैंने पहले ही बता दिया था की मेरे अंकल का कोरोना का रिपोर्ट पॉजिटिव आया था तो डॉक्टर्स भी भाई के ऑपरेशन में रिस्क नहीं लेना चाहते थे,
भक्त ने भगवान को छोड़ा, लेकिन भगवान ने भक्त को नहीं छोड़ा
डॉक्टर ने उसका भी टेस्ट करवाया, पर डॉक्टर ने बोला मुझे कि अगर इसका रिपोर्ट पॉजिटिव आता है तो आपको इस हॉस्पिटल से कही और जाना पड़ेगा,
ये सुनकर मनो में हिल सा गया और समझ नहीं आ रहा था कि क्या करूं, पहले से ही मेरा भाई इतनी तकलीफ में था की मुझे उसे देखा नहीं जा रहा था और ऐसी हालत में उसे कहा लेकर जाता,
में पिछले 2 सालों से श्री हनुमान चालीसा का पाठ करते आ रहा हूँ और उससे मुझे काफी लाभ हुआ है और मेरे जीवन के बहुत सारे कष्ट दूर हुए है, पर अचानक ये सब होने से में डर सा गया था और रिपोर्ट आने की राह देख रहा था,
जब भी भाई को देखता आंखों से आंसू आने लगते और बुरे बुरे ख्याल आने लगते कि इसे कुछ हो गया तो क्या होगा, में रोते रोते ही मेरे बजरंगबली का स्मरण करने लगा और उसके पास बैठ के 2 दिन तक श्री हनुमान चालीसा पढ़ते रहा,
क्योंकि मुझे इस बात का डर सता रहा था की भाई भी कुछ दिनों से अंकल के संपर्क में आया था कही उसे कुछ हो न जाये, पर कहते है न कि श्री हनुमानजी अपने भक्तों की ज़रूर सुनते है,
मेरे भाई की कोरोना वाली रिपोर्ट आयी और वो नेगेटिव आई, फिर उसका ट्रीटमेंट शुरू हुआ और आज वो और मेरी पूरी फैमिली घर पर है और एकदम स्वस्थ है,
मुझे उस दिन एक बात समझ में आ गयी की “नासै रोग हरे सब पीरा, जपत निरंतर हनुमत बीरा, संकट तें हनुमान छुड़ावै, मन क्रम बचन ध्यान जो लावै” में अब हमेशा उन्हें अपने साथ महसूस करता हूँ,
एक अलग सी शक्ति और सकारात्मक उर्जा मुझे आत्मविश्वास दिलाती है कि कुछ भी हो जाये मेरे बजरंगबलि मेरे साथ है.
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जयेश वाघेला
Om hanumantey namah Jayesh Bhaiya
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