Hanuman ji ki Kripa in Hindi
बजरंगबली की फोटो देखकर मैं थर-थर कांपने लगा – हनुमान जी के चमत्कार की सच्ची घटना
मैं अपना नाम गुप्त रखना चाहता हूँ, मेरी उम्र 18 साल है और मैं महाराष्ट्र का रहने वाला हूँ, मैं आपके वीडियोस कई महीनो से देख रहा हूँ, आज मैं आपसे मेरे साथ घटित हुआ हनुमान जी के चमत्कार से जुड़ा अनुभव शेयर करना चाहता हूँ, Hanuman ji ki Kripa in Hindi
बात जून 2021 की है, तब मैं हनुमान जी की भक्ति नहीं करता था, जीवन में सब कुछ सही चल रहा था, फिर मैंने जुलाई महीने से भगवान की थोड़ी बहुत भक्ति शुरू की, पता नहीं वो भगवान मेरे सपने में आकर किसी और भगवान को मार देते थे,
बचपन से ही जिनपर मुझे लगाव और प्रेम था चाहे वो मेरे परिवार वाले हो या फिर कोई मित्र, वो सब मुझसे निराश होकर मुझे छोड़कर चले जाते थे और ये सपने जिसमे भगवान एक दूसरे से लड़ रहे है और मार रहे है, इनसे मुझे ऐसा लगता था कि क्या भगवान भी मुझे छोड़कर जा रहे है,
मैं हर दिन रोता था और बिना किसी आशा के बेड पे सोया रहता, जैसे मानो कि सारे नकारात्मक विचार मेरे सर पर बैठ गए हो और मुझे मारने के लिए उत्सुक हो, मुझे तो ऐसा लग रहा था मानो मेरे ऊपर किसी ने घोर काला जादू कर दिया हो, Hanuman ji ka Chamatkar
पर हालात तब बदलने लगे जब मैं मोबाइल में यूट्यूब खोलता तब मेरे यूट्यूब फीड में हनुमान चालीसा डिस्प्ले होने लगी, ऐसा लग रहा था मानो स्वयं हनुमान जी मुझसे हनुमान चालीसा का पाठ करवाना चाहते है,
लेकिन मैं हनुमान चालीसा का पाठ नहीं करता था, क्योंकि जब भी मैं हनुमान जी की तस्वीर को देखता था, मैं डर के कारण कांपने लगता था, मानो कोई नकारात्मक उर्जा मेरे अंदर से कांप रही हो, पर तभी भी हर बार मुझे कही न कही हनुमान चालीसा का वर्णन मिलता ही था,
फिर एक दिन मैंने किसी तरह हिम्मत करके हनुमान चालीसा को सुनना शुरू किया, सच कहुँ जयेश भाई मेरे शरीर में कांटे ही कांटे चुभने लगे, मुझे मेरी सारी गलतियों का अनुभव हुआ, मैं रोने लगा और ऐसा लगा की कोई बहुत बड़ी नकारात्मक उर्जा मेरे अंदर से निकल रही है,
ये सब होने के बाद मैं थोड़ा ठीक होने लगा और जो बुरे सपने आते थे वो भी बंद हो गए, हनुमान जी पर धीरे-धीरे मेरा विश्वास बढ़ने लगा, पर बात यहाँ खत्म नहीं हुई, मुझे अब भी हनुमान जी की तस्वीर को देखकर डर लगता था और मुझे अपनी की हुई गलतियों पर शर्म आती थी, Hanuman ji ki Kripa in Hindi
थोड़े दिन बाद मैंने काल भैरव अष्टकम का पाठ करना शुरू किया और जयेश भाई एक ही पाठ करने के बाद स्वयं काल भैरव जी ने मेरे सपने में आकर एक राक्षस को डराया और वो राक्षस रोने लगा,
पर अब भी हनुमान जी की तस्वीर को देखकर मैं डरता था और मन में हमेशा भय रहता की क्या हनुमान जी भी मुझे सबकी तरह छोड़कर चले जायेंगे? क्या मैं फिर से अकेला पड़ जाऊंगा?
जयेश भाई तब मैं हनुमान जी से डरता भी था और मदद भी मांग रहा था, सो मैंने ये तय किया कि रात में मैं हमारे घर वाले मंदिर में जाकर मंदिर की सारी लाइट्स बंद करके हनुमान चालीसा और काल भैरव अष्टकम का पाठ करूँगा, आप यकीन नहीं मानोगे में पाठ करते समय डर के मारे रोता था,
पढ़े: आज के युवा को ये बात समझनी होगी – हनुमान जी का चमत्कार
मेरे अंदर ये डर था की क्या हनुमान जी मुझे छोड़कर चले जायेंगे, मैं इस डर से थक चूका था, मैं जीना नहीं चाहता था, मैं अपनी जान देना चाहता था, क्योंकि मैं ये सब हैंडल नहीं कर पा रहा था, मैं मरने भी गया पर पता नहीं कोई चीज़ मुझे मरने से रोक रही थी, Hanuman ji ka Chamatkar
तब उस दिन मैं बहुत रोया और परेशानी और दुख में हनुमान जी के सामने हिम्मत जुटाकर प्रार्थना की, “हे प्रभु, आप तो बड़े से बड़े संकट को दूर करते हो और दुष्टों का नाश करते हो, आपके लिए असंभव कुछ भी नहीं, तो मेरे अंदर की नकारात्मकता का अंत क्यों नहीं करते,
क्या मैं इतना अपवित्र हूँ की आप मेरी आवाज़ सुनना नहीं चाहते, यदि ऐसा है तो ठीक है, मैं आपकी शरण में आ रहा हूँ, आप मुझे अपनी शरण में ले लो या फिर मुझे मार दो, क्योंकि आपके बिना मेरा जीवन अधूरा है,”
जयेश भाई उसी दिन मुझे एक सपना आया की मेरे ऊपर बहुत सारी मधुमक्खियों का वार हुआ है, पर मैं तो हनुमान चालीसा पढ़ता जा रहा हूँ और वो मधुमक्खियाँ मुझे देखकर ही डर कर चली गयी,
बस उस रात के बाद मेरे अंदर जो नकारात्मकता थी वो बहुत तेज़ी से निकलनी शुरू हो गयी, मैं श्री राम रक्षा का पाठ भी करता था और मुझे बहुत बार श्री राम और हनुमान जी की उपस्थिति का एहसास भी हुआ है,
आप मानोगे नहीं ये नकारात्मकता बाहर निकालने के लिए हनुमान जी रोज के रोज मुझे सपने में आकर दर्शन देते थे और आज भी उनके दर्शन मुझे सपने में होते है और अब मुझे किसी के खोने का डर नहीं है, क्योंकि मुझे मालूम है कि हनुमान जी हमेशा मेरे साथ है और साथ रहेंगे,
बस आखिर में सभी दर्शको से यही कहना चाहूंगा कि ऐसा कोई भी संकट नहीं इस पूरे भ्रमांड में जो हनुमान जी दूर नहीं कर सकते, इसलिए कहते है न, “को नहीं जानत है जग में कपि संकट मोचन नाम तिहारो”और हर नकारात्मक ऊर्जा हनुमान जी से डरती है, जैसे की मेरे अंदर थी जो हनुमान जी की सिर्फ तस्वीर देखते ही कांप उठती थी,
और अब मेरे प्रभु की कृपा देखो कि अब मैं जब भी हनुमान जी की तस्वीर को देखता हूँ तो अब मुझे डर नहीं लगता, बल्कि उसे देखकर मुझे प्रेम, विश्वास और भक्ति भाव का एहसास होता है.
Subscribe Secret Mysteries on YouTube
Hanuman ji ki Kripa in Hindi, इस कहानी पर अपने विचार कमेन्ट के माध्यम से हम तक पहुंचाएं और यदि आपके साथ भी इस तरह का कोई चमत्कार हुआ है तो हमें dharmikstory@gmail.com पर लिखें, हम इस वेबसाइट पर आपकी कहानी प्रकाशित करेंगे.